पुण्यतिथि लक्ष्मण शहाबादी : कहे के त सभे केहू आपन......

पुण्यतिथि लक्ष्मण शहाबादी : कहे के त सभे केहू आपन......

रिपोर्ट -‌ दिनेश त्रिपाठी

पूण्यतिथि प बेरि बेरि नमन बा---  लोकरंग- रस में पगे गीतकार व संगीतकार लक्ष्मण शाहाबादी
________________________________________________

कहे के त सभे केहू आपन
आपन कहाय वाला के बा
दुखवा के सभे केहू साझी
दुखवा बंटावे वाला के बा...

भोजपुरी प्रदेश में अस्सी- नब्बे के दशक में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा, जिसने यह गीत नहीं सुना होगा, गुनगुनाया नहीं होगा। इस गीत में कविता की भांति बिंब का भी प्रयोग किया गया है। बानगी देखिए। 

रेंगनी के कांट जइसन गड़ेला अन्हरिया
छटपट करेला परान
टूट- टूट बरसेला तरेगन के अंखिया से
रातभर अगिया के बान
सपना के दियवा धुंआला
जोत जगावे वाला के बा...

यह गीत इस कदर लोकप्रिय हुआ था कि सुप्रसिद्ध संगीतकार चित्रगुप्त ने भोजपुरी फिल्म ' गंगा किनारे मोरा गांव ' के लिए इसे महेंद्र कपूर के स्वर में रिकॉर्ड कराया था। इस गीत के रचयिता हैं- लक्ष्मण शाहाबादी। इनका एक और गीत हर गांव के लोगों की जुबान से सुनने को मिलता था, जिसे हर शादी- ब्याह में बारातियों के मनोरंजन के लिए होने वाले ' नाच ' में लौंडा व नर्तकियां गाती थीं। कालांतर में इस गीत का उपयोग भोजपुरी फिल्म में किया गया, जिसे गाया है मो. रफी ने। 

जल्दी जल्दी चल रे कहरा
सुरुज डूबे रे नदिया
लचकत डोलिया डोलावे
गोरी के छुई मुई देहिया...

गीतकार लक्ष्मण शाहाबादी उसी धरती पर जन्म लिए थे, जिसकी माटी से शैलेंद्र का पुश्तैनी जुड़ाव था। आरा ( भोजपुर ) के शिवगंज के निवासी लक्ष्मण शाहाबादी की भोजपुरी रचनाओं का एक संकलन है- निहोरा। शाहाबादी जी ने अनेक भोजपुरी फिल्मों के लिए गाने लिखे। वो सुपर हिट भी रहे। कालांतर में भोजपुरी संगीत के इस ज्ञाता ने दूल्हा गंगा पार के, दगाबाज बलमा, बेटी उधार के, हमार दूल्हा समेत अनेक भोजपुरी फिल्मों में गीत के अलावा अविस्मरणीय संगीत भी दिया। वो एक और भोजपुरी फिल्म ' सभै नचावत राम गोसाईं ' का निर्माण करना चाहते थे। उन्होंने फिल्म ' हमार दूल्हा ' के संपादन के दौरान लैब में ही मेरा अभिनय देखा था, जिससे प्रभावित होकर अपनी नई फिल्म में मुझे एक भूमिका देना चाहते थे। वित्तीय संकट और फिर लक्ष्मणजी की लंबी अस्वस्थता के कारण वह फिल्म नहीं बन सकी। आज हमारे बीच भले वो सदेह नहीं हैं, लेकिन उनके लिखे अमर गीत और लोकरंग- रस में रचा- पगा संगीत  भोजपुरी प्रदेश के जन- जन के होंठों पर सदैव गूंजता रहेगा। 
आज लक्ष्मण शाहाबादी जी की पुण्य तिथि है। उनकी स्मृति को शत- शत नमन ! सादर श्रद्धांजलि ! 
ओउम् शांति