"हे री सखी मंगल गावो री" गीत से व्यासजी मौर्य ने भक्तो को किया भाव विभोर
रिपोर्ट - प्रेम शंकर पाण्डेय
हनुमत दरबार में व्यासजी मौर्या संग भजन गायकों ने बांधा समा
वाराणसी(उप्र)। श्रीराम विवाह पंचमीमहोत्सव के अंतिम दिन शुक्रवार को संकटमोचन मंदिर में भजनों की बयार बही। उदयीमान कलाकारों ने सुमधुर भजन से सुर सेवा अर्पित की।

शुभारंभ अंशिका सिंह के गायन से हुआ। उन्होंने 'ओम नमः शिवाय', 'मिथिला का कण-कण खिला', 'रामा रामा रटते रहते' भजन प्रस्तुत किए। उपशास्त्रीय गायक मोहित साहनी ने हाजिरी लगाई। इस क्रम में स्नेहा अवस्थी ने प्रस्तुति दी। अंतिम प्रस्तुति व्यासजी मौर्या की रही। उन्होंने 'हेरी सखी मंगल गावो री' सुनाया तो मौजूद भक्तगण श्रीराम-जानकी के विवाह उत्सव में डूब गए। उन्होंने 'कौना नगर के सिंदुरिया', 'चारों दुल्हा देत भंवरिया' आदि लोकगीतों भी सुनाए। कलाकारों के साथ करण मिश्रा, आयुष पांडेय, संजय श्रीवास्तव, चंदन विश्वकर्मा, हिमांशु और लक्ष्मण ने संगत की। महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्रा ने कलाकारों को आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर राघवेंद्र पांडेय, प्रताप बहादुर सिंह, विश्वनाथ यादव, संदीप पांडेय आदि उपस्थित रहे। संचालन सौरभ चक्रवर्ती ने किया।
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